आजकल के रहन सहन के कारण हमारे शरीर मे टॉक्सिक पद्धार्थ बन जाते है। इन्हे शरीर से बहार निकालना बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योकी ये कई प्रकार के भयानक रोगो का कारण है। डिटॉक्स वाटर टॉक्सिक पदार्थ को शरीर से बहार निकालने का काम करता है।
पानी के लाभ तो हम सब जानते ही है लेकिन क्या आप डिटॉक्स वाटर के बारे मे जानते है?
डिटॉक्स एक प्रकार का हैल्थ ड्रिंक है जो कई प्रकार के गुणो से भरपूर होता है । और आप को स्वस्थ बनाये रखने मे बहुत लाभकारी है।
डिटॉक्स पानी की महत्वता गर्मी के मौसम बहुत बढ जाती है। क्योकी गर्मी मे पसीने के साथ जो पोषक तत्व शरीर से बहार निकल जाते है ये तुरंत उनकी कमी पूरी करता है ।
गर्मी के मौसन मे हमें ज्यादा हाइड्रेट रहने की जरूरत होती है। ये पानी विषाक्त पदार्थों को दूर करता है। ये चयापचय को बढावा देने,वजन घटाने ,पाचन मे सुधार, त्वचा को स्वस्थ रखने मे मदद करता है। पानी के साथ अन्य पोषक तत्वो को मिलाकर इसे औऱ भी ज्यादा पोषक तत्व बनाया जा सकता है।
टॉक्सिक पदार्थ हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते है।हमारे अनियमित खाने ,सोने,जागने, की आदतों के कारण ये हमारे शरीर मे बनने लगते है। इन्हे शरीर से बहार निकालना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए हम अपने शरीर को आंतरिक रूप से डिटॉक्स वाटर से साफ कर सकते है।
शरीर से टॉक्सिन्स को बहार निकालने के लिए हमें दिनभऱ मे कम कम से कम दो से तीन लीटर पानी पीना चाहिए, ताकि हम हाइड्रेट हो सकें। लेकिन ज्यादातर लोग एसे नही कर सकते ,सबकी अलग अलग परेशानीयाँ होती है।
इसलिए हम आपको डिटॉक्स वाटर के बारे मे बता रहे है । डिटॉक्स वाटर से आप ज्यादा मात्रा मे पानी ले सकते है । पानी मे फलो के फ्लेवर होने से आपको स्वाद के साथ सेहत का खजाना भी मिल सकता है ।
आप जब भी पानी की जरूरत या ऊर्जा की जरूरत महसूस करें तो आप पेकेट वाले जूस, पेकेट वाले फ्रूटस के स्थान पर डिटॉक्स वाटर पीयें। फलो के सत्व वाला पानी पीना फल खाने के बराबर तो नही ,लेकिन सेहत के लिए इसके सेहत के लिए कई फायदें है। डिटॉक्स वाटर को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। सिट्रस फलो से इन्फ्यूज्ड पानी आपकी पाचन क्रिया के लिए बहुत अच्छा है। सूजन , अपच को दूर करता है
,बेदाग त्वचा पाने के लिए डिटॉक्स वाटर मे फलों का मिश्रण डालें, क्योकी हर फल मे त्वचा को सुन्दर बनाने के लिए सभी पोषक तत्व पाये जाते है।
डीटॉक्स वाटर कैसे बनाये
रसभरे फलों के छोट छोटे टुकड़े काट कर पीने के पानी मे डाल कर कई घंटो के लिए फ्रिज मे रख दें। इससे फलो का अर्क पीने के पानी मे मिक्स हो जाते है और डिटॉक्स वाटर तैयार हो जाता है ।
सबसे पहले चौडे मुँह वाला एक पानी की बॉटल लें।
अब इसमें फलो के छोटे छोटे टुकड़े डाल दें।
इससे फलों से निकलने वाले फाइबरस, मिनरल्स, पोषक तत्व पानी मे मिल जाते है। और पानी मे ज्यादा न्युट्रिशनस मिक्स हो जाते है। अच्छी खुशबू क् लिए पुदिना या गुलाब की पत्तियां डाल लें ,अपनी पसंद के अनुसार फलो का चयन करें। लेकिन मौसमी फलो का चयन करना बहुत फायदेमंद है क्योकी ये एक तो मौसम मे आसानी से मिल जाते है औऱ इनमें सबसे ज्यादा न्युट्रिशनस होते है।
बिना छिले संतरे को चार भागो मे काट लें और एक लीटर पानी मे डाल दें, बिना छिले संतरे मे Vitamin C, A,B1 साथ हि Iron, megnesium, silica प्रचूर मात्रा मे पाये जाते है ।
आधा कप 🍓 strawberry , crushed blue berries प्रति आधा ली पानी मे डाल दें। इसमें कैंसर से लडने वाले Antyoxidents होते है। एक बार पानी मे पोषक तत्व घुल जायें तो इसे जल्दी ही पी लें क्योकी ये पोषक तत्व जीवित होते है तो जल्द ही इन्हे इस्तेमाल करना फायदेमंद है।
डीटॉक्स वाटर बहुत फायदेमंद है लेकिन जरूरत से ज्यादा सेवन करना हानिकारक हो सकता है।
एक दिन में दो से तीन लीटर से ज्यादा पानी पीना हानिकारक है क्योकी ये आपके शरीर पर दबाव डाल सकता है। शरीर का सोडियम का लेवल असंतुलित हो सकता है। नतीजन सूजन, कमजोरी, मांसपेशियों मे एेंठऩ हो सकती है क्योकी इससे किडनी को बहुत ज्यादा काम करना पडता है। इससे शरीर मे वाटर रिटेंशन या अन्य स्वस्थय संबंधी विकार हो सकते है।
अत: नियमित मात्रा मे इसका सेवन करें तो ये बहुत ज्यादा फायदेमंद है।
डिटॉकिस वाटर के साथ फलो का सेवन करना न भूलें क्योकी डिटॉक्स वाटर फलो की जगह नही ले सकता , फलो का अपना हि एक महत्व है तो हमें दिन भर मे नियमित रूप से फलो का सेवन करना चाहिए। फ्रूट इन्फ्यूज्ड वाटर मे स्वाद ,सेहतमंद गुण दोनो हि प्रचूर मात्रा मे होते है ,
लेकिन ये किसी भी तरह से साबुत ताजे फलों के बदले नही लिया जा सकता है साबुत फलों के फाइबर को पानी मे नही बदला जा सकता है ।
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