भयानक रोगो का काल है ये दिव्य फल
आज हम आपको एक एेसे फल के बारे मे बता रहे है जो कई भयानक रोगो का काल है जो एक दिव्य फल है कहते है इस पेड पर देवताऔ का वास है ,देवता भी इस फल का सेवन करते है ।
आज हम अपने ब्लोग मे आपको जिस फल के बारे मे बता रहे है वो है गुल्लर का फल!
गुल्लर का विशालकाय पेड अक्सर मंन्दिरो मे या मंन्दिरो के आसपास पाया जाता है ।
गुल्लर का कच्चा फल हरा, पका फल लाल रंग का होता है जिसकी सब्जि बनाई जाती है।
आज हम गुल्लर के फल के औषिधिय गुणो के बारे मे बता रहे है।
जो लोग मधुमेह के रोग से पीडित है उन्हे गुल्लर को सुखा कर इसका चूर्ण बना कर खाना चाहिए , नियमित इस्तेमाल से मधमेह से राहत मिलती है।
दंत रोगो मे गुल्लर के फल को पानी मे उबाल कर उससे कुल्ला करने से दंत रोगो से छुटकारा मिलता है।नियमित सेवन से मसूडे व दांत दोनो स्वस्थ हो जाते है।
गुल्लर का फल पित्त और कफ दोनो मे संतुलन बनाता है , पित्त संबंधी रोगो मे गल्लर के फल के चूर्ण मे शहद मिला कर सेवन करें , अति लाभकारा है।
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